कंप्यूटर के विषय में हम सब जानते हैं यह हमारी आम जिंदगी का एक हिस्सा बन चुका है इसी से हम ऑफिस और अन्य स्थानों पर अपने कार्यों को आसान बनाते हैं। और अपने समय की भी बचत करते हैं। मनुष्य जीवन में कंप्यूटर की एक महत्वपूर्ण भूमिका है और इस तकनीक से हमें काफी फायदा भी हुआ है। कंप्यूटर की इस तकनीक को और आगे बढ़ाते हुए वैज्ञानिकों ने सुपर कंप्यूटर का भी आविष्कार कर लिया है। आज इसी के बारे में हम आपको बताने वाले हैं कि सुपर कंप्यूटर क्या है और विश्व का पहला सुपर कंप्यूटर कौन सा था और इसे किसने बनाया था।
सुपर कंप्यूटर क्या है ? What is supercomputer
सुपर कंप्यूटर के बारे में जानने से पहले हमें यह जानना जरूरी है कि कंप्यूटर क्या है तभी हम सुपर कंप्यूटर को और अधिक आसानी से समझ सकते हैं। कंप्यूटर की बात करें तो कंप्यूटर एक general purpose machine होती है। जोकि इंफॉर्मेशन लेता है और उन्हें इनपुट प्रोसेस input process के माध्यम से उसे स्टोर store करता है। फिर उसे जरूरत अनुसार प्रोसेस process करता है और अंत में कुछ प्रकार की output आउटपुट पैदा करता है।
वहीं पर अगर सुपर कंप्यूटर की बात करें तो सुपर कंप्यूटर पूरी तरह से अलग होता है। सुपर कंप्यूटर सामान्य कंप्यूटर की तुलना में अधिक तेजी से काम करता है। सुपरकंप्यूटर काफी बड़ा होता है इसे काफी अधिक क्षेत्र की आवश्यकता होती है जिसमें इसे रखा जा सके इसे हम घर में इस्तेमाल नहीं कर सकते एक सुपरकंप्यूटर को दो टेनिस कोर्ट में इस्तेमाल होने वाली जगह लगती है। इसमें typically parallel processing का इस्तेमाल किया जाता है। जिस वजह से सुपर कंप्यूटर एक से अधिक कार्यों को कर सकता है। super computer एक ऐसा computer होता है जो कि highest operational rate ( महासंगणक) मैं परफॉर्म करता है। एक सुपरकंप्यूटर बड़ी से बड़ी संख्याओं का कुछ ही पलों में जोड़ ,गुणा ,भाग, घटाई आदि को कर लेता है जो कि एक सामान्य कंप्यूटर के लिए संभव नहीं है। सुबह कंप्यूटर एक सामान्य कंप्यूटर की तुलना में बेहद तेजी से और acurate काम करता है। super computer का अधिकतर उपयोग scientific और enginering applications को बनाने में किया जाता है।
विश्व का पहला सुपर कंप्यूटर World First Supercomputer
सुपरकंप्यूटर को बनाने में अनेक वैज्ञानिकों द्वारा किए गए कई वर्षों का परिश्रम छिपा हुआ है। कई महानतम वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अलग-अलग प्रयोगों के पश्चात आज हमें वर्तमान में उपस्थित सुपरकंप्यूटर की प्राप्ति हुई है। सुपर कंप्यूटर शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम 1920 में न्यूयॉर्क वर्ल्ड न्यूज़पेपर ने आई बी एम द्वारा निर्मित टैबूलेटर्स के लिए किया था। 1960 के दशक में प्रारंभिक सुपर कंप्यूटरों को कंट्रोल डेटा कॉरपोरेशन USA के सेमूर क्रे ने डिजाइन किया था। 1970 के दशक के दौरान अधिकांश सुपर कंप्यूटर वेक्टर प्रोसेसिंग तकनीक पर आधारित थे। लेकिन 1980 और 1990 के दशक में वेक्टर प्रोसेसिंग का स्थान समांतर प्रोसेसिंग तकनीक ने ले लिया समांतर प्रोसेसिंग तकनीक में बहुत सारेे माइक्रो प्रोसेसरो को एक दूसरे से जोड़कर इस्तेमाल करते हैं।
जिससेे सुपर कंप्यूटर में 5 अरब गणनाओं को प्रति सेकंड में किया जा सकता है। प्रारंभिक सुपर कंप्यूटर की गति मेगा फ्लॉप्स में पाई जाती थी। लेकिन इसमें और अधिक सुुुधार किया गया। वर्तमान में सुपर कंप्यूटर की गति गीगा फ्लॉप्स की होती है। विश्वव का पहला सुपर कंप्यूटर इल्लीआक 4 है जिसे 1975 में काम करना शुरू किया था। इसका निर्माण डेनियल स्लोटनीक ने किया था।यह अकेले ही एक बार में 64 कंप्यूटरों का कार्य करने में सक्षम था। इस कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी में 8 लााख शब्दों को संग्रहित किया जा सकता था। यह सुपर कंप्यूटर प्रति सेकंड में 30 करोड़ सवालों को हल सकता था। वर्तमान समय में विश्व का सबसे तेज सुपर कंप्यूटर चीन का तीयान्हे 2 है।
भारत का पहला सुपर कंप्यूटर India's first super computer
भारत को प्रौद्योगिकी प्रतिबंध के परिणाम स्वरूप सुपरकंप्यूटर की तकनीक से वंचित रखा गया। जिसके बाद भारत ने स्वदेशी सुपर कंप्यूटर का निर्माण करने के लिए प्रौद्योगिकी का विकास करना शुरू किया। भारत ने 1980 में स्वदेशी सुपर कंप्यूटर के निर्माण के लिए अपनी तकनीक को विकसित करना शुरू किया। जिसके बाद 1991 में परम 8000 सुपर कंप्यूटर को प्रस्तुत किया गया। यह सुपर कंप्यूटर भारत द्वारा निर्मित किया गया था। भारत ने इस सुपर कंप्यूटर का नाम परम रखा जिसका मतलब होता है सुप्रीम यानी कि सबसे ऊपर।
सुपर कंप्यूटर और सामान्य कंप्यूटर में अंतर
* सामान्य कंप्यूटरों को आसानी से घरों में दफ्तरों में रखा जा सकता है लेकिन सुपर कंप्यूटर का आकार विशाल होता है इसलिए इन्हें घरों में रखना संभव नहीं।
* सुपर कंप्यूटर की कीमत सामान्य कंप्यूटर की तुलना में कई गुना तक अधिक होती है जिसे एक सामान्य व्यक्ति खरीद नहीं सकता।
* सुपर कंप्यूटर में उच्च गुणवत्ता के एनिमेशन देखने को मिलते हैं जो सामान्य कंप्यूटर की तुलना में कई गुना बेहतर होते हैं।
* सुपर कंप्यूटर सामान्य कंप्यूटर की तुलना में कई गुना अधिक गणनाओ को करने में सक्षम होता है।
* सामान्य कंप्यूटर का उपयोग ऑफिस, स्कूल, घर आदि स्थानों पर किया जाता है लेकिन सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और शोध प्रयोगशालाओं में किया जाता है।
* सुपर कंप्यूटर कई सारे सामान्य कंप्यूटर्स को मिलाकर बनता है। जिसके कारण इसकी क्षमता कई गुना अधिक बढ़ जाती है।
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